PM-USPY केंद्र सरकार की एक योजना हैं| इस योजना को Central Sector Interest Subsidy (PM-USP CSIS) योजना भी कहा जाता हैं| इस योजना का उद्देश्य वित्तीय रूप से असमर्थ विद्यार्थियो को उच्च शिक्षा के अवसर प्रदान करना हैं| इसमें एजुकेशन लोन पर एक निश्चित अवधि तक लगे ब्याज का भुगतान भारत सरकार द्वारा किया जाता हैं|
Central Sector Interest Subsidy (CSIS) में कौन आवेदन कर सकता हैं?
- विद्यार्थी जिनकी पारिवारिक आय प्रति वर्ष 4.5 लाख रूपये तक हैं|
- विद्यार्थी जो प्रोफेशनल या तकनिकी कोर्स कर रहे हैं|
- अनुदान (सब्सिडी) के लिए आवेदन स्नातक (Graduation) या स्नातकोत्तर (Post Graduation) डिग्री में के किसी एक के लिए ही किया जा सकता हैं| स्नातक (Graduation) और स्नातकोत्तर (Post Graduation) का एक साथ डिग्री कोर्स होने पर दोनों के लिए आवेदन किया जा सकता हैं|
- यदि विद्यार्थी द्वारा पूर्व में केन्द्रीय सरकार या राज्य सरकार की समान प्रकार की योजना में लाभ लिया गया हैं तो वे आवेदन नही कर सकते हैं|
- विद्यार्थी द्वारा अनुशासन या शैक्षणिक कारणों से बीच में कोर्स छोड़ने पर अनुदान (सब्सिडी) नही दिया जाएगा|
- विद्यार्थी को इंडियन बैंक एसोसिएशन (Indian Bank Association) की एजुकेशन लोन स्कीम के तहत लोन के लिए आवेदन करना होता हैं|
CSIS में आवेदक को क्या लाभ दिए गए हैं?
- CSIS में 10 लाख रूपये तक के एजुकेशन लोन में मोरेटोरियम अवधि (Moratorium Period) तक लगे ब्याज का अनुदान दिया जाता हैं|
- 10 लाख रूपये से ज्यादा का लोन होने पर ब्याज का अनुदान (Interest Subsidy) 10 लाख रूपये पर लगे ब्याज पर ही मिलता हैं|
- योजना में मोरेटोरियम अवधि (Moratorium Period) का मतलब डिग्री कोर्स की अवधि + 1 साल हैं| इस अवधि के दौरान लगे ब्याज का भुगतान भारत सरकार द्वारा किया जाता हैं|
- 5 लाख रूपये तक के लोन पर Collateral Security (Mortgage) नही देनी होती हैं|
CSIS में कौनसे बैंक ऋण देते हैं?
- सभी सार्वजानिक क्षेत्र के बैंक (All Public Sector बैंक)
- सभी ग्रामीण क्षेत्रीय बैंक (All Regional Rural Bank), को-ऑपरेटिव बैंक (Co-operative Bank), RBI नियंत्रित निजी क्षेत्र के बैंक (RBI Controlled Private Sector Bank)
- इस योजना में ऋण देने के लिए बैंक को इंडियन बैंक एसोसिएशन की एजुकेशन लोन स्कीम से जुड़ना होता हैं|
कौनसे कॉलेज/ यूनिवर्सिटी से प्रोफेशनल या तकनिकी कोर्स करने पर CSIS में अनुदान मिलता हैं?
CSIS में अनुदान के लिए निचे बताई गई कॉलेज या यूनिवर्सिटी से कोर्स करना होता हैं –
- सेंट्रल फंडेड तकनिकी संस्थान/ Central Funded Technical Institutions (CFTI) –
CFTI में कुल 121 संस्थान हैं| जिनकी सूची निचे दी गई हैं-- Indian Institute of Technology (IITs) – 23
- Indian Institute of Management (IIMs) – 21
- Indian Institute of Science (IISc) – 1
- Indian Institute of Science Education and Research (IISERs) – 7
- Indian Institute of Information Technology (IIITs) – 25
- National Institute of Technology (NITs) – 31
- National Institute of Technical Teacher’s Training & Research (NITTTRs) – 4
- School of Planning and Architecture (SPA) – 3
- North Eastern Regional Institute of Science and Technology (NERIST) – 1
- Sant Longowal Institute of Engineering and Technology (SLIET) – 1
- National Institute of Industrial Engineering (NITIE) – 1
- National Institute of Advance Manufacturing Technology (NIAMT) – 1
- Ghani Khan Choudhury Institute of Engineering & Technology (GKCIET) – 1
- Central Institute of Technology, Kokrajhar – 1
Total 121
- Institutions of National Importance (INI) –
INI की लिस्ट निचे बताई गई लिंक से देखी जा सकती हैं –
https://www.education.gov.in/institutions-national-importance
- NAAC से मान्यता प्राप्त संस्थान/ NAAC accredited universities/ institutions –
NAAC से मान्यता प्राप्त संस्थान की लिस्ट निचे बताई गई लिंक से देखी जा सकती हैं –
https://assessmentonline.naac.gov.in/public/index.php/hei_dashboard
- NBA से मान्यता प्राप्त संस्थान/ NBA recognised professional courses –
NBA से मान्यता प्राप्त संस्थान की लिस्ट निचे बताई गई लिंक से देखी जा सकती हैं –
https://www.nbaind.org/Accreditationprogram
CSIS स्कीम में आवेदन कैसे किया जाता हैं?
- सबसे पहले आवेदक को बैंक में लोन के लिए आवेदन करना होता हैं|
- बैंक द्वारा कागज जाँच होने के बाद लोन की राशि सीधे कॉलेज/ यूनिवर्सिटी में फीस के रूप में जमा होती हैं|
- सामान्यतः कोर्स की अवधि तक मोरेटोरियम अवधि रहती हैं| जिसके दौरान ऋण का भुगतान नही करना होता हैं|
- परन्तु बैंक द्वारा मोरेटोरियम अवधि के दौरान भी मासिक रूप से ब्याज चार्ज किया जाता हैं|
- ब्याज की सब्सिडी के लिए बैंक को हर तिमाही के बाद सब्सिडी का क्लेम लगाना होता हैं|
- क्लेम लगाने के बाद सब्सिडी बैंक में लोन खाते में जमा होती हैं|
- जब विद्यार्थी द्वारा लोन की EMI भरनी शुरू की जाती हैं उस दौरान उन्हें सब्सिडी से प्राप्त राशि का फायदा मिलता हैं|
FAQs
क्या सब्सिडी के लिए एजुकेशन लोन लेना आवश्यक हैं?
हाँ, सब्सिडी के लिए इंडियन बैंक एसोसिएशन की एजुकेशन लोन स्कीम के अनुसार लोन लेना आवश्यक हैं|
CSIS में सब्सिडी के लिए आवेदन किसे करना होता हैं?
CSIS में सब्सिडी के लिए आवेदन बैंक को वार्षिक रूप से करना होता हैं| सब्सिडी क्लेम लगाने में देरी होने पर सब्सिडी नही मिलती हैं|
सब्सिडी का पैसा कहाँ जमा होता हैं?
सब्सिडी का पैसा सीधा विद्यार्थी के लोन खाते में जमा होता हैं|
CSIC स्कीम की अधिक जानकारी के लिए हेल्प लाइन नंबर क्या हैं?
नंबर 011- 20862360
ई मेल es3.edu@nic.in
CSIS स्कीम में कितने रूपये के लोन पर सब्सिडी दी जाती हैं?
CSIS स्कीम में अधिकतम 10 लाख रूपये पर लगे ब्याज पर सब्सिडी दी जाती हैं|
CSIS स्कीम में कितने समय तक के ब्याज का अनुदान (सब्सिडी) मिलता हैं?
कोर्स की अवधि और 1 साल तक की अवधि को मोरेटोरियम अवधि माना गया हैं| इस अवधि के दौरान लगे ब्याज का अनुदान दिया जाता हैं|
CSIS स्कीम में नोडल बैंक कौनसी हैं?
CSIS स्कीम के लिए Canara Bank को नोडल बैंक बनाया गया हैं|
नोडल बैंक के हेल्पलाइन नंबर क्या हैं?
नंबर 080-22128044
ई मेल hogps@canarabank.com
नोडल बैंक क्या होता हैं?
जिस बैंक के माध्यम से स्कीम को लागु किया जाता हैं उसे नोडल बैंक कहते हैं| सब्सिडी का पैसा इसी बैंक के माध्यम से ऋण देने वाली बैंक में जमा होता हैं|